Programming Software क्या है, जाने #4 प्रकार के सॉफ्टवेयर,2024
आज हम Article की मदद से जानेंगे Programming Software Kya Hai और Programming Software Ke Prakar.
इसके साथ ही हम आपको Programming Software से जुड़े और भी सवालों के जवाब देंगे. जैसे कि: Software कैसे बनाया जाता है, Programming Software वर्गीकरण इत्यादि की पूरी जानकारी विस्तार में जानेंगे.
Programming Software Kya Hai
Programming Software वह Software है जिसका उपयोग Programming Language में लिखे गए Program को Create, Edit, Run, Test इत्यादि करने के लिए किया जाता है. इसकी मदद से Computer, Mobile, Web, Game इत्यादि के लिए Software Develop कर सकते हैं.
यह एक Software Development Tool है जिसकी मदद से अन्य Software को Develop किया जाता है. Software के तीन समूह होते हैं, जैसे कि system Software, Programming Software, Application Software.
सॉफ्टवेयर कैसे बनाया जाता है
1. Analysis करें: Software Development में आपको Users की आवश्यकताओं को जानना जरूरी है. इसमें सॉफ्टवेयर का उद्देश्य, Features, Functionality इत्यादि को समझना जरूरी है.
2. Design तैयार करें: इसके बाद सॉफ्टवेयर Structure और Design को तैयार करें. यह यूजर अनुभव, Attributes Interpretation, Data Structures और Software के Built-In System को समझने के लिए जरूरी है.
3. Development करें: अब सॉफ्टवेयर बनाने के लिए Coding और Programming भाषाओं का उपयोग करें. इसके लिए आप Software Development टूल की मदद ले सकते हैं.
4. Testing करें: Software Development के बाद इसकी अलग-अलग Processes, Functionality और Users Conditions का टेस्ट लें. इससे आप सॉफ्टवेयर की Working Condition का पता लगा सकते हैं.
5. Deployment करें: सॉफ्टवेयर तैयार होने के बाद उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाने के लिए भेज सकते हैं.
प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर प्रकार
1. Compiler: Compiler वह Software है जो High Level Programming Language में लिखे Source Code को Machine Code में Convert करता है. Compiler से बनाया गया Program पूरी तरह से Compile होने के बाद ही Execute होता है. उदाहरण: C, C++, Java, Pascal, Fortran इत्यादि.
2. Interpreter: Interpreter वह Software है जो High Level Programming Language में लिखे गए Source Code को Line by Line Machine Code में Convert करता है. इससे बनाया गया Program Compile और Execute दोनों ही समय पर होता है. उदाहरण: Python, Ruby, Perl, PHP इत्यादि.
3. Editor: Editor वह Software है जो Programmer को Program को लिखने, Edit & Save करने, Format करने इत्यादि की सुविधा देता है. Editor का उदाहरण Notepad++, Sublime Text, Visual Studio Code, Atom इत्यादि.
4. Debugger: यह Programmer को Program में मौजूद Bugs को पहचानने, Published करने, सुलझाने इत्यादि में मदद करता है. Debugger Programmer को Program की Execution Flow, Variables, Memory Usage, Breakpoints आदि की जानकारी प्रदान करता है.
Debugger का उदाहरण: GDB (GNU Debugger), Visual Studio Debugger, Eclipse Debugger इत्यादि.
प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर वर्गीकरण
Language के आधार पर:
1. High Level Programming Language: इसमें लिखे गए सॉफ्टवेयर को Human Readable Language में Code किया जाता है जो मनुष्य को समझने में आसान होती हैं. इसके Code को Compiler/ Interpreter की मदद से Machine Code में Convert किया जाता है जो Computer के समझने योग्य होती है.
High Level Programming Language के Examples: C, C++, Java, Python.
2. Low Level Programming Language: इस Language में लिखे गए Software को Machine Readable Language में Code किया जाता है जो Computer के समझने योग्य होती है. इसमें बिना Compiler/ Interpreter के Code को Directly Execute किया जाता है.
Low Level Programming Language के Examples: Machine Language or Binary Code, Assembly Language इत्यादि.
प्रक्रिया के आधार पर
1. Compiled Software: इसमें Source Code को Compiler Software की मदद से Convert किया जाता है
2. Interpreter Software: Source Code को Interpreter Software की मदद से Line by Line Machine Code में Convert करके तुरंत Execute किया जाता है. इसे Compilation की जरूरत नहीं होती है, लेकिन Execution Speed कम होती है. Interpreter Software: Python, Ruby, Perl, PHP इत्यादि.
3. Hybrid Software: Source Code को Compiler और Interpreter Software का Combination Use करके Machine Code में Convert करके Execute किया जाता है. इसमें Compilation और Interpretation दोनों होते हैं, जिससे Execution Speed और Portability में Balance मिलता है. Examples: Java, C# इत्यादि.
Programing Software की उत्पत्ति सन 1883 में हुई थी.
Compiler, Assemblers, Text Editor इत्यादि Programming Software के उदाहरण हैं.
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