Radioactive तत्त्व क्या है – Radioसक्रियता क्या है, कैसे होती है,2024

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आज हम आपको इस Article की मदद से बताएँगे की Radioactive तत्व क्या है और Radio सक्रियता क्या होती है.

साथ ही हम आपको Radio सक्रियता से जुड़ी और भी जानकारी देंगे जैसे की: Radioactive सक्रियता किस कारण होती है, Radio सक्रियता की इकाई क्या है, इसकी खोज किसने की थी, इसमें से कौन कौन सी Rays निकलती हैं इत्यादि की पूरी जानकारी विस्तार में जानेंगे.

तो चलिए शुरू करते हैं पढ़ने से Article Radio सक्रियता क्या है……

Radioactive Tatva Kya Hai

Radioactive तत्त्व एक तरह का ऐसा पदार्थ होता है जो, खुद से ही Energy छोड़ता है और खुद की ही Energy से ख़त्म होकर नष्ट हो जाता है.

यह पदार्थ उन Atom Nuclei से बना होता है जो Periodic Table में दी गयी विचार धारा के विपरीत काम करती हैं. इसीलिए Periodic Table में इन्हे एक अलग Block में रखा गया है, जिसे हम F-Block के नाम से जानते हैं.

यह Element कुछ ऐसे Atoms से बना होता है जो ना कभी खुद Stable(स्थिर) रहते हैं ना ही अपने आस पास के Atoms को Stable रहने देते हैं.

इन Atoms को Radioactive इस लिए कहा जाता है, क्यूंकि इनके पास जरुरत से अत्यधिक Electron Charge इनके चरों तरफ घूमते रहते हैं. इनके आस पास से हमेशा किसी न किसी प्रकार से Energy अत्यधिक मात्रा में निकलती रहती है, जिनपर किसी का भी Control नहीं चलता.

ये शक्तियां इंसानों के जीवन काल को कई पीढ़ियों तक चलाने के काबिल होती हैं, और अगर ये बिच में ही किसी तरह नष्ट होती हैं तो इससे निकलने वाली ऊर्जा पूरे मानव जाती के विनाश के लिए पर्याप्त है.

Radio Sakriyata Kya Hai

Radio सक्रियता ऊर्जा की वह घटना है, जिसमें Radioactive Elements बहुत तेज़ी से खुद के अंदर से ऊर्जा को छोड़ते हैं और खुद की ही Energy से ख़त्म भी हो जाते है.

इस Energy को Half Life Period में Calculate किया जाता है क्यूंकि, किसी भी तरह का Radioactive Element जब अपने अंदर की पूरी Energy इस्तेमाल कर लेता है, तो ये पूरी तरह ख़तम होने की जगह खुद को अगल-अलग, अगले दो हिस्सों में बाँट लेता है.

और आगे चलकर ये दो हिस्से, अगले दो में बँट जाते हैं और हर बार एक नया Element बनाते ही जाते हैं. हर तरह के Radioactive Element की Average Half Life Cycle 140 दिन से लेकर 550 दिन तक की होती है.

इसका मतलब की किसी भी Radioactive Element की Energy का अगर हम भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं तो उस Element की खपत 1.5 से 2 सालों में मात्र 1 ग्राम की होगी.

आपको यह जान कर हैरानी होगी की विज्ञान आज के वक़्त में इतना Advanced हो गया है की इस सक्रियता की घटना को हमारे Scientists, बड़े बड़े Lab में Artificial तरीके से कराने में समर्थ हैं.

इस घटना को वो Controlled तरीके से करा कर, इससे निकलने वाली ऊर्जा को मानव युग की भलाई के लिए भरपूर इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं, साथ ही वह Scientists इस संशोधन से प्रतिदिन कुछ न कुछ नया भी सिख रहें हैं.

Radioactive Kya Hai

Radioactive पदार्थ पृथ्वी पर पाए जाने वाले कुछ ऐसे पदार्थ हैं, जिनसे निकलने वाली ऊर्जा कभी कम नहीं होती. यह ऊर्जा या तो दो हिस्सों में बँट जाती है या फिर अंत में पूरी ही तरह नष्ट हो जाती है.

इन पदार्थों से निकलने वाली ऊर्जा की घटना को, Scientists द्वारा दो भागों में बाँटा गया है, जो की कुछ इस प्रकार हैं:

  • Natural Radioactivity
  • Artificial Radioactivity

Natural Radioactivity: यह Radioactive पदार्थों से निकलने वाली ऊर्जा की वह घटना है, जिसमें इन पदार्थों में उपलब्ध ऊर्जा का स्रोत, जिसे हम Nuclei के नाम से जानते हैं. यह स्रोत खुद से ही टूट कर विभाजित हो जाता है और एक नया Element बना लेता है.

इस Element के बनने में बेहद अत्यधिक Energy उत्पन्न होती है और इस घटना को Natural Radioactivity के नाम से जानते हैं.

उदहारण: ₉₂U ²³⁸ –> ₉₀ Th ²³⁴ –> ____ (और ऐसा चलते ही जाता है.)

Artificial Radioactivity: यह प्रक्रिया Scientists द्वारा रचाई जाती है, इस प्रक्रिया में कुछ Known पदार्थों का एक दूसरे के साथ Reaction करा कर एक ऐसा पदार्थ बनाया जाता है, जो इन्ही पदार्थों का Isotope होता है पर उसके लक्षण Radioactive Elements की तरह होते हैं.

यह Element भी अपने अंदर से ज़्यादा मात्रा में ऊर्जा निकालने के काबिल होते हैं और इन तत्वों को ज़्यादा बेहतर तरीके से Control किया जा सकता है.

उदाहरण: ¹⁴ ₇ N + ⁴ ₂ He –> ¹⁷₈O + ¹₁H (इस Reaction में Hydrogen Element एक Radioactive Element की तरह काम करता है.)

Radio Sakriyata Kis Karan Hoti Hai

किसी भी Element में Radio सक्रियता की घटना तब होती है जब उस Element को ऊर्जा देने वाला स्रोत(Nuclei) किसी कारण से टूट जाता है और एक नए Element का निर्माण लेता है या फिर वह Nuclei नष्ट हो जाता है.

Radio सक्रियता होने की विधि में 3 प्रकार की Rays निकलती हैं, इन Rays को हम Radio Active Rays के नाम से जानते हैं. यह Rays कुछ इस प्रकार हैं:

  • Alpha Rays
  • Beta Rays
  • Gamma Rays

Alpha Rays(α): यह Rays काफी खतरनाक मानी जाती हैं, क्यूंकि ये हमारे Biological Cells को नष्ट कर सकता है. इन Rays का Mass ज़्यादा होने के कारण इनकी Kinetic Energy भी काफी ज़्यादा होती है. यह Rays Positive Energy की तरह होती हैं, क्यूंकि यह Negative Plates की तरफ जाती हुई नज़र आती है.

Beta Rays(β): यह Rays भी इंसानो के लिए खतरनाक होती हैं. यह Radio सक्रियता में निकलने वाली सबसे Finest Rays होती हैं. इन Rays का Mass कम होने के कारण इनकी Kinetic Energy भी कम रहती है. यह Rays Gas के Atoms को भी Ionize कर सकती है.

Gamma Rays(γ): यह Rays Neutral रहती हैं. इनके पास भरी मात्रा में Protons पाए जाते हैं. इन Rays के चलने की Velocity, Light के Speed जितनी होती है. यह Rays भी हमारे शरीर के लिए हानिकारक होती हैं. इनकी Kinetic Energy कम होने के कारण, ये हवाओं के Atom को Ionize नहीं कर पाती हैं.

  • Radio Sakriyata Ki Ikai Kya Hai

    Radio सक्रियता की इकाई Curie (क्यूरी) होती है.

  • Radio Sakriyata Kya Hai

    Radio एक्टिवता की खोज हेनरी बेकेरल और पियरे क्यूरी द्वारा की गई थी.

आशा करते हैं आपको हमारी पोस्ट Radioactive तत्व क्या है और Radio सक्रियता क्या होती हैपसंद आई होगी.

अगर इसके बाद भी आपको कोई सुझाव या समस्या है तो आप निचे दिए Comment Box का पूरा लुफ्त उठा हमसे सवाल पूछ सकते हैं.

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