RDBMS क्या है, रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम इस्तेमाल कैसे करें,2024

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आज हम आपको इस Article की मदद से बताएंगे की RDBMS Kya Hai और RDBMS Istemaal Kaise Kare की पूरी जानकारी.

इसके साथ ही हम आपको RDBMS से जुड़े और भी सवालों के जवाब देंगे जैसे की: RDBMS के फायदे, RDBMS में इस्तेमाल होने वाली Queries, RDBMS कहाँ कहाँ इस्तेमाल कर सकते हैं इत्यादि की पूरी जानकारी विस्तार में जानेंगे.

तो चलिए शुरू करते हैं Article RDBMS क्या होता है पढ़ने से……

RDBMS Kya Hai

RDBMS एक तरह का Database Software है. इसकी मदद से हम Data को Rows और Column के Format में Save करके रख सकते हैं. इन ढेर सारे Rows एवं Column के Combination को हम Tables के नाम से जानते हैं. यह Database कुछ Pre-Defined Query Cammand के Basis पर काम करती हैं. इस Database में हम Query Cammands चलाकर Data को Store, Manage, Update, Delete इत्यादि जैसे Operations करा सकते हैं.

RDBMS का Full Form Relational Database Management System होता है. इसका काम DATA को एक Table में Save करके रखना होता है. इसमें इस्तेमाल होने वाले Query Cammands को हम Tuples एवं Attributes के नाम से भी जानते हैं. इसका इस्तेमाल ज़्यादातर Companies में Records को संभालकर रखें के लिए किआ जाता है.

RDBMS Istemaal Kaise Kare

RDBMS, Database में Data को Store कराने का वह तरीका है, जिसमें आप आपके Data को Rows और Column के बने Table में सुरक्षित रखते हैं. इस Table को हम Quries की मदद से सँभालते हैं. Queries वह Cammand होती हैं जिनका इस्तेमाल कर आप Database में किसी भी प्रकार के Data को आसानी से Manage कर सकते हैं.

यह Cammands, Database के Compiler को समझ में आती है और इंसानों द्वारा समझना भी आसान होती हैं. यह Queries 3 प्रकार की होती हैं:

  • DDL(Data Definition Language)
  • DML(Data Manipulation Language)
  • DCL(Data Control Language)

DDL: यह Language हम उन Cammands की Categories को कहते है जिनसे, आप आपके Database के Description एवं Schema(योजना) को सँभाल सकते है.

  • CREATE: इसका इस्तेमाल एक नया Database एवं TABLE बनाने के लिए किया जाता है.
  • RENAME: इसका इस्तेमाल Database/ Table/ Data के नाम को Change करने के लिए किया जाता है.
  • ALTER: इसका इस्तेमाल Rows एवं Columns में Changes जैसे: Row/Coumn हटाना, नया Add करना जैसे कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
  • DROP: इसका इस्तेमाल Objects को Delete करने के लिए किया जाता है.
  • COMMENT: इसका इस्तेमाल Data Dictionary में Comment Add करने के लिए किया जाता है.
  • TRUNCATE: इसका इस्तेमाल एक Table के सभी तरह के Data को हटाने के लिए किया जाता है.

DML: यह Language हम उन Cammands की Categories को कहते हैं, जिनका इस्तेमाल कर आप आपके Database की Entries को बदल (Manipulate कर) सकते हैं.

  • SELECT: इसका इस्तेमाल Database के Data को Fetch करने के लिए किया जाता है.
  • INSERT: इसका इस्तेमाल Table में Data Entry के लिए किया जाता है.
  • UPDATE: इसका इस्तेमाल Data को Update करने के लिए किया जाता है.
  • DELETE: इसका इस्तेमाल Data को Delete करने के लिए किया जाता है.
  • MERGE: इसका इस्तेमाल Tables एवं Rows को Merge करने के लिए किया जाता है.
  • CALL: इसका इस्तेमाल Data को दूसरे Framework से बुलाने के लिए किया जाता है. जैसे: PL/SQL, JAVA Subprogram.
  • EXPLAIN PLAN: इसका इस्तेमाल Data कहाँ पर Save है वो Path जानने के लिए किया जाता है.
  • LOCK TABLE: इसका इस्तेमाल Data की स्थिरता को Manage करने के लिए किया जाता है.

DCL: यह Language हम उन Cammands की Categories को कहते हैं, जो Direct Database Admin की तरह काम करते है. जैसे की किसी भी Data को Final Database में Update या Delete करने से पहले उसे रोकना या Allow करने की Permission देना.

  • GRANT: इसका इस्तेमाल उस User को Permission देने के लिए किया जाता है, जो DML Queries का इस्तेमाल कर के Table में Changes करने वाला है.
  • REVOKE: इसका इस्तेमाल उस User की Permission को हटाने के लिए किया जाता है जिसे अब DML Queries का इस्तेमाल करके, Database Update नहीं करना है.

RDBMS Ke Labh

1: Easy To Manage: इस Database को संभालना आसान होता है और आप यहाँ पर आसानी से किसी भी Table में Independently Changes कर सकते हैं.

2: Security: इस Database में Data की Security को लेकर ख़ास ध्यान रखा गया है. आप यहाँ पर कुछ Special Quries चलाकर आपके Data को Leak होने से बचा सकते हैं.

3: Flexible: इस Database में किसी भी Row के Data को Manage करना आसान है. हम किसी भी Platform या System की मदद से यह Data आसानी से Manage कर सकते हैं. ऐसा जरूरी नहीं की, हर तरह के Data को सिर्फ किसी एक System की मदद से Update किया जाए.

4: Users: इस Database को हम Client-Side Architecture के नाम से भी जानते हैं, क्यूंकि यहाँ पर कई सारे Users का Data हमे एक साथ Save करने की सुविधा देखने को मिल जाती है.

5: इस Database में Relational Architecture होने की वजह से, हम इस Data को आसानी से Fetch कर सकते हैं. यह सुविधा हमे काफी तेज़ गति से Data को Fetch करने का लाभ देती है.

6: इस Database में Unique Keys होने के कारण यह किसी भी प्रकार के Data की Duplicity और पुराने/ फालतू Entry को रोकने में मदद करता है.

7: यह Database ACID Property को Follow करता है जिससे हमारे Database की स्तीर्था (Consistency) लम्बे समय तक बानी रहती है.

8: इस Database में Backup और Recovery का भी ख़ास ध्यान रखा गया है, साथ ही अगर अचानक बिजली चली जाती है तो उस Case में भी यहाँ Data सुरक्षित रहता है.

RDBMS Ke Nuksaan

1. अत्यधिक Data होने के कारण, सभी Tables के Relation को समझ पाना कई बार आसान नहीं होता.

2. ज्यादा लम्बे समय तक Data Store रखने की वजह से Server की Performance घटने लगती है. इसे ठीक करने के लिए हमे कई बार नया Database खरीदना पड़ सकता है.

3. यहाँ पर हर तरह का Data, सिर्फ Rows, Column और Table के Form में ही Save किया जा सकता है. अगर किसी और Structure की हम कोशिश करते हैं तो ऐसे में हमारा Data खोने के Chances बढ़ जाते हैं.

4. ज्यादा Advanced Server लेने का खर्च भी काफी ज़्यादा आता है.

  • RDBMS Ka Pura Naam

    RDBMS का पूरा नाम Relational Database Management System है.

आशा करते हैं आपको हमारी पोस्ट RDBMS Kya Hai और RDBMS Istemaal Kaise Kareपसंद आई होगी.

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